मैं बिहार हुं।

मैं ईश्वर का प्यारा उपहार हूं,
मैं विश्व प्रसिद्ध बिहार हूं।
मैं भारत का इतिहास हूं,
इसलिए कुछ खास हूं,
मैं ही हूं वह जहां बुद्ध ने अपना ज्ञान पाया है,
और विश्वविद्यालय का ज्ञान जहां से आया है।
पूरे विश्व घर को आर्य शास्त्र का ज्ञान चाणक्य ने सिखाया है,
और रामायण के बारे में वालों की वाल्मीकि ने बताया है,
यह पवित्र भूमि भारत के गले का हार है,
आखिर में विश्व प्रसिद्ध बिहार है।
महावीर ने जैन धर्म को समझाया था,
और सुश्रुत ने शल्य चिकित्सा को बनाया था,
अशोक ने विश्व में परचम लहराया था,
आर्यभट्ट ने 0 का महत्व समझाया था।
थोड़ा नहीं बहुत खास है बिहार,
दिनकर ने सब को गाकर सुनाया था।
राजेंद्र प्रसाद को पाला था और राजनीति को खूब संभाला था,
जन्मदिन बना बिहार का वह दिन 22 मार्च 1912 वाला था।
यह प्रदेश में सबसे खास आता है सबको रास,
ईश्वर का त्योहार है यह विश्व प्रसिद्ध बिहार है।